चंदन का ब्लॉग

मित्र- कथाकार चंदन पाण्डेय ने ब्लॉग पर लिखने की पहल कर दी है। यूँ दस्तक तो उसने काफी पहले दे दी थी लेकिन उसका कहना है की अब वह इस पर नियमित रूप से लिखेगा। हालाँकि अभी किसी तरह का अनुमान लगाना जल्दबाजी होगी पर फ़िर भी चंदन के ब्लॉग पर अब तक जो पोस्ट आयी हैं उनमे उसका ख़ुद का लिखा हुआ कम ही है।

व्यक्तिगत रूप से मेरे मन में ये सवाल उठ रहा है की अगर चंदन ब्लॉग पर नियमित रूप से लिखेगा तो वो क्या होगा ? कवितायें, लघु कथाएँ, कहानियां या वैचारिकी। चंदन क्या यहाँ भी अपनी कहानियों का सा जादुई संसार रचेगा, या फ़िर इस नयी विधा से जुड़ना कहीं उसकी रचना धर्मिता पर नकारात्मक प्रभाव तो नही डालेगा?

बहरहाल ये सब बातें तो मैं चंदन से पूछ ही लूंगा लेकिन आप चंदन के ब्लॉग पर यहाँ से जाइए और अपनी राय दीजिये...
चंदन का ब्लॉग

वापसी

ये तस्वीर पिछले जाडों में एक साथी ने ली थीजब मैं दिल्ली में हुआ करता था अब इंदौर मेंहूँ ...................

जद्दो जहद के बाद आज घर पर इन्टरनेट लग गया। ऑफिस में ब्लागस्पाट पर बैन है और कैफे जन आसानी से हो नही पता। इस बीच ढेरों ऐसे प्रसंग निकल गए जिनपर लिखने का मन था लेकिन मन मसोस कर रह गया। आज एक बार फ़िर जाने क्यों वैसे ही लग रहा है जैसे पहली बार ब्लॉग पर लिख रहा हूँ । अब नियमित रहूँगा ये वादाहै................