पेरू के लेखक मारियो वर्गास लिओसा को इस साल साहित्य का नोबेल पुरस्कार दिए जाने की घोषणा की गई है.
74 वर्षीय लिओसा उपन्यासकार, समालोचक और पत्रकार हैं.
वो लातिन अमरीका के सबसे लोकप्रिय साहित्यकारों में से एक हैं.
नोबेल समिति ने उनके साहित्यिक योगदान की जमकर तारीफ़ की है और उन्हें जन्मजात प्रतिभाशाली कहानी लेखक बताया है.
उसका कहना है कि उनका लेखन पाठकों के दिल को छू जाता है.
मारियो वर्गास लिओसा ने कहा कि उन्हें पुरस्कार का समाचार पाकर थोड़ा अचंभा हुआ क्योंकि इसके पहले भी उन्हें कई बार इसके लिए नामांकित किया गया था.
उनका कहना था कि उन्होंने सोचा कि शायद ये एक मजाक हो.
लिओसा टाइम ऑफ़ द हीरो और कंवेर्शेसन इन कैथ्रेडल जैसे रचनाओं से 1960 में दुनिया की नज़र में आए.
उन्होंने 30 से अधिक उपन्यास और लेख लिखे हैं. इसके अलावा एक स्तंभकार के रूप में भी उन्होंने वंचित तबके को स्वर देने की कोशिश की है.
एक दौरे में वो पेरू में राष्ट्रपति पद की दौड़ में शामिल थे, लेकिन 1993 में उन्होंने स्पेन की नागरिकता ग्रहण कर ली।
(बीबीसी हिंदी से साभार)
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